नमस्कार दोस्तों ! ऑनलाइन जॉब अलर्ट के फुल फॉर्म और मीनिंग इन हिंदी केटेगरी में आपका स्वागत है | आज की पोस्ट में हम आपको डीपीआरओ – DPRO के सबंध में जानकारी देने जा रहे हैं | जो लोग ग्रामीण क्षेत्र से आते हैं उनका शायद इसकी जानकारी पता हो | लेकिन जिन लोगों को DPRO के बारे में नहीं पता उन्हें आज की पोस्ट ध्यान से पढनी चाहिए | आज की पोस्ट में हम आपको बतायंगे कि DPRO क्या होता है | DPRO Full Form | DPRO Meaning | जिला पंचायती राज अधिकारी कैसे बनते है, आदि |
DPRO Ka Full Form (DPRO Full Form in Panchayati Raj)
सबसे पहले आपको बता दें कि DPRO का मतलब (DPRO Ka Full Form) या फुल फॉर्म होती है “District Panchayati Raj Officer ” है । और
हिन्दी में इसे जिला पंचायती राज अधिकारी बोलते है ।
DPRO क्या होता है (DPRO Officer Full Form)
73व सविधान संशोधन के द्वारा हमने तीन स्तरीय ब्लॉक, गांव और जिला लेवल के पंचायती राज व्यवस्था को अपनाया है
गांव घरों में पंचायत की अध्यक्षता गांव के अध्यक्ष द्वारा किया जाता है । जिसे हम सरपंच के रूप में जानते है ।
निर्वाचित प्रतिनिधियों का कार्यकाल पांच वर्ष का होता है. पंचायत का सचिव एक गैर निर्वाचित प्रतिनिधि होता है जिसे राज्य सरकार के द्वारा पंचायत के कार्य की देखरेख के लिये नियुक्त किया जाता है ।
जिला पंचायत अपने सदस्यों में से 6 प्रकार की समितियां बनाती है जों इस प्रकार है-
• नियोजन एवं विकास समिति
• शिक्षा समिति एवं कल्याण समिति
• प्रशासनिक समिति
• जल प्रबंधन एवं विविधता प्रबंधन समिति
• निर्माण कार्य समिति
इसके अलावा एक- दो उपसमितिया भी होती है
कैसे बनते है जिला पंचायती राज अधिकारी (DPRO Kaise Bane)
जिला पंचायती राज अधिकारी की पोस्ट के लिये 50% भर्ती प्रोमोशन के द्वारा करी जाती है बाकी 50% के लिये संबंधित राज्य के पंचायती राज विभाग द्वारा कॉंपिटेटिव एग्जाम द्वारा सीधी भर्ती होती है ।
ऐक्सटेंशन ऑफिसर्स, डिविजिनल पंचायत ऑफिसर्स और असिस्टेंट डिस्ट्रिक्ट पंचायती राज ऑफिसर्स को प्रमोशन के आधार पर जिला पंचायती राज ऑफिसर्स के पद पर नियुक्त किया जाता है ।
आमतौर पर इन पदों पर सीधी भर्ती लिखित परीक्षा और इंटरव्यू में उम्मीदवारो के प्रदर्शन के आधार पर की जाती है
क्वालिफिकेशन (DPRO Qualification)
जिला पंचायती राज अधिकारी के लिये आपके पास मान्यता प्राप्त विश्वविध्यालय या संस्थान से ग्रेजुयेट की डिग्री होना आवश्यक है
यदि किसी उम्मीदवार के पास लाँ में डिग्री या सोशल सर्विस में पोस्ट ग्रेजुयेट डिग्री है तो उन्हे नियुक्ति के दौरान पहले प्राथमिकता दी जाती है ।
ऐज लिमिट कितनी होनी चाहिए? (DPRO Age Limit)
उम्मीदवार की उम्र 21 साल से 27 वर्ष तक होनी चाहिए ।
रिजर्व उम्मीदवारो को सरकार द्वारा उम्र सीमा में छूट देने का प्रवधान है ।
DPRO की पोस्ट के चयनित राज्य के लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से किया जाता है राज्य सेवा परीक्षा के लिये राज्य हर साल विज्ञापन के लोक सेवा आयोग द्वारा निकाला जाता है ।आप भारत सरकार द्वारा प्रकाशन जैसे अखबार, नौकरी देने वाले पोर्टल और मोबाइल अप्लिकेशन के माध्यम से इनकी जानकारी ले सकते है ।
डीपीआरओ के क्या काम होते हैं (DPRO Work in Hindi)
DPRO के अनेक काम होते हैं जिनमें प्रशासनिक व्यवस्था पर नियंत्रण करना, वित्तीय व्यवस्था पर नियंत्रण करना और गाँव के क्षेत्रों में आवश्यक खर्चों पर प्रभावी नियंत्रण रखना, आदि इसके कार्यों में मुख्य हैं, इसके साथ ही इनका एक और मुख्य काम ग्रामीण जनता को देश के लोकतंत्र में शामिल करना भी होता है।
निष्कर्ष : DPRO Kya Kota Hai (Full Form of DPRO in Hindi)
दोस्तों आज की पोस्ट में हमने आपको जिले के एक महत्वपूर्ण पद DPRO की जानकारी दी है | जिसका पंचायत में बहुत एहम रोल होता है | आज की पोस्ट में हमने जाना कि DPRO क्या होता है | Full Form of DPRO | DPRO Meaning | जिला पंचायती राज अधिकारी कैसे बनते है, आदि |
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जय हिन्द जय भारत
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